Jaipur: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के दौसा में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के सोहना-दौसा खंड का उद्घाटन रविवार को किया. 246 किलोमीटर के एक्सप्रेसवे के इस खंड से दिल्ली से राजस्थान की राजधानी जयपुर जाने वाले लोगों को फायदा होगा. इससे दिल्ली से जयपुर सफर करने वालों के लिए एक वैकल्पिक और छोटा रास्ता मुहैया हो गया. अब दिल्ली से जयपुर जाने में पांच घंटे की बजाय करीब साढ़े तीन घंटे लगेंगे. इससे पूरे क्षेत्र में आर्थिक अवसरों को बढ़ावा मिलने की भी उम्मीद है.
पीएम ने पूर्वी राजस्थान में दौसा के धनावर गांव में एक जनसभा को संबोधित किया. यह एक ‘गुर्जर-मीणा बेल्ट’ है. इस क्षेत्र पर इन दोनों समुदाय का दबदबा है. ये दोनों ही समुदाय एक अहम वोट बैंक हैं. पिछले चुनाव में उनके वोट काफी हद तक कांग्रेस की ओर गए थे, जिससे भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था.
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो’ यात्रा हाल ही में राज्य के इस हिस्से से होकर गुजरी थी. भाजपा को उम्मीद है कि प्रधानमंत्री की यात्रा, और इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन, इस वर्ष के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले इस क्षेत्र में भाजपा को मजबूत बनाएगा.
पूर्वी राजस्थान की 40 से 50 विधानसभा सीटों पर गुर्जरों की संख्या करीब 9 से 12 प्रतिशत है, जो कि चुनाव में अहम भूमिका निभाते हैं. इस समुदाय ने पहले आरक्षण के लिए हिंसक विरोध प्रदर्शन किए थे और हाल ही में राज्य में राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो’ यात्रा को रोकने की धमकी दी थी. पिछले चुनाव में कांग्रेस को गुर्जर समुदाय का समर्थन मिला था, गुर्जरों को उम्मीद थी कि सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा, जो कि खुद गुर्जर समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. अब राजस्थान कांग्रेस में दो धड़े बने हुए हैं. सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच अनबन सार्वजनिक है तो भाजपा और पीएम मोदी उस समुदाय को अपने पाले में करने की कोशिश कर रहे हैं.
आदिवासी राजस्थान की आबादी का 13.48% हिस्सा हैं, जिसमें मीणा बहुसंख्यक हैं. वे परंपरागत रूप से कांग्रेस के मतदाता रहे हैं, लेकिन भाजपा के किरोड़ी लाल मीणा इस समुदाय में अपनी पार्टी के लिए आधार मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं. मीणा पांच बार के विधायक, दो बार के लोकसभा सांसद और वर्तमान में राज्यसभा के सदस्य हैं.
दोनों राष्ट्रीय दलों को हाल ही में गुर्जर समुदाय के लिए अपनी पहुंच बढ़ाने की कोशिश करते हुए देखा गया है. पीएम मोदी ने गुर्जर समुदाय द्वारा पूजे जाने वाले लोक देवता भगवान देव नारायण की 1111वीं जयंती पर राजस्थान के भीलवाड़ा में मालासेरी का दौरा किया, वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोक देवता के सम्मान में स्टेट होलीडे का ऐलान किया है.
चुनावी साल से ठीक पहले भारत के सबसे लंबे एक्सप्रेसवे का पहला खंड जनता के लिए खुल गया है.
इस बड़े एक्सप्रेसवे से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से मुंबई के सफर का समय आधा घटकर 12 घंटे हो जाएगा.
आठ-लेन चौड़ा और करीब 1,400 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे को करीब एक लाख करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया जा रहा है.
इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन, हेलीपैड, ट्रॉमा सेंटर और इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए एक अलग से लेन जैसी सुविधाएं होंगी. यह एशिया का पहला राजमार्ग भी है जहां पशु ओवरपास और वन्यजीव क्रॉसिंग हैं.
दुर्घटना या अन्य आपात स्थिति के मामले में सहायता प्राप्त करने के लिए इसमें हर दो किलोमीटर पर SOS स्टेशन भी हैं.
जिस सोहना-दौसा खंड का उद्घाटन किया गया है, उससे हरियाणा के गुरुग्राम, सोहना, नूह, मेवात, और राजस्थान के अलवर और दौसा मेगा एक्सप्रेसवे से जुड़ेंगे.
दिल्ली-दौसा खंड में आठ एंट्री और एग्जिट प्वाइंट्स हैं.
पूरे राजमार्ग में ऑटोमेटिक टोल बूथ हैं, और टोल टैक्स केवल एक बार काटा जाएगा – इसकी गणना उस समय से की जाएगी जब आपने एंट्री की है और कब बाहर निकलते हैं. 220 किलोमीटर लंबी दिल्ली-जयपुर यात्रा के लिए टोल टैक्स ₹70 है, जो 35 पैसे प्रति किलोमीटर होगा.